बचपन याद आता है

जब हम रो नही पाते,

सुख से सो नही पाते!

जब हम खो नही पाते,

तब बचपन याद आता है|


जब चिन्ता सताती है,

तन को खाती है|

जब मन नही लगता,                               

तब बचपन याद आता है।


जब हम छुट जाते है,

अपने रुठ जाते है।

सपने सताते है,

तब बचपन याद आता है।


बच्चे रह नही पाते,

बड़े हो नही पाते,

खड़े रह नही पाते,

तब बचपन याद आता है।


किसी को सह नही पाते,

अकेले रह नही पाते,

किसी से कह नही पाते

तब बचपन याद आता है।


जब भी फल नही मिलता,

जब कोई हल नही मिलता,

जब मन से मन नही मिलता

तब बचपन याद आता है।

                     

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