जाड़े की धूप

आज मुझे फिर से बचपन एक कविता याद आ रही है।  यह कविता मुझे पूरी तरह से याद नहीं है।  पर जितनी याद है , उतनी ही यहाँ लिखता हु।  अगर आप में से किसी यह कविता याद हो या आपने कभी पढ़ी हो तो आप मेरी मदद करेंगे इसे पूरा करने में।  

कविता का शीर्षक है "जाड़े की धुप " मुझे इस कविता के कवि /कवित्री  का नाम याद नहीं आ रहा है। कविता कुछ इस तरह है :-

गरम धूप निकली, सभी सुगबुगाए 
हटा  दो रजाई, चलो धूप खाए। 

सुबह की नरम धूप में,चलो अब हम नहाये
सभी हँस रहे है,सुहानी है बेला। 

जुटे धूप में है सब,लगा जैसे मेला 

शरद की सुबह धूप, किसको न भाति 
कठिन ठंड से है ये सबको बचती। 

रही कापती थरथराती,  जो कुतिया 
मिला धूप पाकर , फुले न समाती। 

ख़ुशी में उछलती, कभी दूम हिलती 
कभी पास, कभी दूर चली जाती। 
...... 



         


Comments

  1. Dil kahta hai ki phie se bacha ho jaun.....

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  2. In fact,bachpan ki yaad ko kabhi bhulaya nahi ja Sakta.ye yaad hi bahut madhur hot I hai.

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  3. Han meri Maa ko yaad hai.

    Nadi ki lahar par bichha diya sona,
    Kiya dhoop ne hai gajab aaj tona.

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    1. Aap se ek request hai. Aap thoda time le ke ise pura karne me meri madad kare to aur bhi achchhha lagega. Mai apka iske liye abhari bhi rahunga.

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  4. bachpan me 3 class me padha tha. bahut sundar kavita hai .

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  5. अब ऐसी कविताएं सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रमों से क्यों हटा दी गयी हैं,समझ के परे है। इसे पढ़कर बचपन की मधुर स्मृतियों में खो गया

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  6. भाई लोग किसी के पास
    इस कवित्री, या कवि का नाम याद है तो हमको बताएं। 7061520920,8409938509

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  7. Sahi me isne bachpan ki yade taja kar di....

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  8. 1995 का क्लास thre में पढ़ा था कसम से अभी तक गुनगुनाता हूँ ये
    एक और कविता थी देश हमारा सबसे प्यारा,प्यार हिंदुस्तान ऊँचे ऊँचे पर्वत इसके सूंदर पहरेदार जल से सदा भारी हैं नदियां

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  9. Meri bhi taja ho gayi yade bachpan ki

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  10. HAWA MUSKURAAI BHANWAR GUNGUNAAYE IS SECOND LINE

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  11. गरम धूप निकली,सभी सुगबुगाए
    हवा मुस्कुराई,भंवर गुनगुनाए
    हटा दो रजाई चलो धूप खाए
    सुबह की नरम धूप में अब नहाए

    शायद...सुभद्रा कुमारी चौहान का है

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  12. Ye maine apne 4 class book ne pdha tha. Mujhe yad hai 😇😇😇😇

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  13. This comment has been removed by the author.

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