मित्रो के लिए ठंड

ठंड के स्वागत में कुछ पंक्तियाँ हमारे मित्रों के लिये :-

मौसम ने ली अंगड़ाई
और निकल ली आपने रजाई।

आइसक्रीम से हुई लड़ाई
और मूंगफली है घर में आई।

शरबत से मुँह मोड़ लिया
चाय से नाता जोड़ लिया।

जरा सी ठंड क्या पड़ी
आपने तो नहाना ही छोड़ दिया।



Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

जाड़े की धूप

मुझे कदम-कदम पर

देशभक्ति कविताएँ